Sunday, 25 November 2018

हम ''हम'' ना हो सके | The koshish | Ravi Anand

हम , हम ना हो सके
बस मोहब्बत ही आपस में बे-हिसाब कर सके
मिल , मिल कर बिछड़े
बस रूह से मिले , जिस्म की ज़रूरत को ना समझ सके
ज़िन्दगी , ज़िन्दगी लगती थी
ज़िन्दगी अब बस जीना सा लगता है
सांस तो चलती है पर रोना सा लगता है.....
रवि आनंद



For Audio click here https://youtu.be/1yVNAPw_h2E

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