Friday, 29 December 2017

मैं दिल  ,तुम गिटार आओ छेड़ दो मेरे दिल के तार ☺

मैं दिल  , तुम गिटार
आओ छेड़ दो मेरे दिल के तार

तुम गीत  , मैं अल्फ़ाज़
आओ एक मुखड़ा गा दो मेरे लिए यार

तुम गजल , मैं कागज
आओ , लिखता हूँ फिर कोई दिल की बात

तुम चाँद  ,मैं सूरज
डूब जाता हूँ फिर तेरे लिए आज
 

तुम ही किताब , तुम ही अक्षर
जुड़ जता हूँ मैं तुझमे पन्ने की तरह ए यार

रवि आनंद

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