Once someone making fun of me "Tu bhi Kahi topper to nahi hai. Tu bhi Bihar ka he hai".
पक गई हैं आदतें बातों से सर होंगी नहीं कोई हंगामा करो ऐसे गुज़र होगी नहीं -दुष्यंत कुमार
Sunday, 24 November 2019
Muzzaffarpur Bihar, Sub Lieutenant Shivangi is the first-ever woman pilot for Indian Navy
Once someone making fun of me "Tu bhi Kahi topper to nahi hai. Tu bhi Bihar ka he hai".
Monday, 4 November 2019
सवालों में ज़िन्दगी ! रवि आनंद
लगता है आज उससे रूठा हुआ हूँ मैं
उसकी यादें तो आ रही है ,
पर ना जाने क्यों मुझे उसकी यादों में कोई ख़लल सी महसूस हो रही है। ऐसा लग रहा है, कोई पीछे से टोक रहा हो मुझे , पर पीछे तो कोई है ही नहीं ।
ये इल्म जो हो रहा है मुझे , ये कहीं कोई इत्तिला तो नहीं कि उसे किसी और से इश्क़ तो नहीं हो गया ।
ये सवाल कितना जायज है या नहीं , मुझे खुद से पूछना चाहिए , मैं पूछ तो रहा हूँ पर कोई मुकम्मल जबाब नहीं मिल पा रहा है मुझे । खुद के सवालों का जबाब क्यों नहीं होता है हमारे पास ।
ऐसा लगता है ज़िन्दगी सवालों में है और इस सावल का ज़बाब कोई इंसान है जो खो सा गया है और वो मुझे मिल नहीं रहा कहीं , उससे मुझे बहुत से सावल पूछने है।
रवि आनंद
Friday, 11 October 2019
तुम मुझमें बाकी हो ऐसे || रवि आनंद
जैसे इत्र के डिब्बे में इत्र खत्म हो जाने के बाद उसमें खुशबू बाकी रह जाती है
जैसे तुम मेरी बाहों में ख़ुद को महफ़ूज समझती थी
पर तुम ज़िन्दगी आज भी हो मेरी
हम मुकम्मल हैं रूह से
बदन से नहीं ।
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गाम को समर्पित ये नज़्म 💕 |
Tuesday, 17 September 2019
Friday, 13 September 2019
टिप टिप बरसा पानी और फेमिनिस्म ।
https://youtu.be/PAQYnne4Yn4
ये सब अन्दाज़ मिल कर, दो जहां को लूट जायेंगे ....
ये कितना सभ्य और सांस्कृतिक साउंड कर रहा है।
Monday, 9 September 2019
हर्फ़ || रवि आंनद
फिर से तुम्हें कागज़ पर उतारने की कोशिश की है
उफ़्फ़ मैंने कितनी शिद्दत से तुमसे मोहब्बत की है
मोहब्बत तुमसे सीखा था मैंने उस कर्ज की अदायगी की है
तब जा कर इस ग़ज़ल को मैंने मुकम्मल की है
Monday, 2 September 2019
अब मुझे भी बेवफ़ाई करने का मन कर रहा है || रवि आंनद
तुम्हें उसी राह पे छोड़ दूं
तुम्हें बेइन्तहां मोहब्बत कर के फिर तुम्हारे दिल को तोड़ दूं
तुम्हें एक उम्मीद दूं , फिर मैं वो उम्मीद को तोड़ दूं
तुम्हें अपना बना लूं , फिर किसी औरों से मैं रिश्ता जोड़ लूं
तुम्हें दिल में बसा के फिर से वो दिल को मैं पत्थर बना लूं
तुम्हें मैं चाँद औऱ आफ़ताब कहूँ , फिर मैं रौशनी से किसी औऱ को भर दूं
तुम्हें मैं पानी सा ज़रूरी समझूं फिर मैं तुम्हारे आँखों में पानी की वजह बन जाऊं
अब मुझे भी बेवफ़ाई करने का मन कर रहा है
हां है ये रंजिश पर मुझे तुझसे नफ़रत करने का मन कर रहा है
मैं भी इंसान हूँ , मुझे भी इंसानियत निभाने का मन कर रहा है.....
रवि आनंद
पहले सिद्ध करो बे !
भारत में हम अभी ऐसे समय में जी रहे हैं जहाँ तब तक किसी भी चीज को सत्य नहीं मानी जायेगी जब तक आप उस चीज को सिद्ध ना कर दें । चाहे वो बात राष्...
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आज शाम से फ़िर यादें जवान है , हर गीत के अल्फ़ाज़ों में उनको ढूंढना जारी हैं , कलम से कागज पर हर एक शब्द में उनकी एहसास को उतारी जा रही है ,...
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दिल के टाइमलाइन पर तुम्हारी तस्वीर ऐसे टैग हो गई है जैसे आसमा में चाँद। काश मैं तुम्हें रिमूव कर पाता ,अन-इनस्टॉल कर पाता । प्रेम के आगे व...
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रात के बारह बज रहे हैं ,स्ट्रीट लाइट की रौशनी खिड़की से घर में झांक रही है , चाँद भी जाग रही है , तारे भी टिमटिमा रही हैं और मेरा मन भी किसी...